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बाजना पुलिस की तानाशाही के विरोध में आक्रोशित जैन तथा वैश्य समाज ने एसपी को सौंपा ज्ञापन।।

बाजना पुलिस की तानाशाही के विरोध में आक्रोशित जैन तथा वैश्य समाज ने एसपी को सौंपा ज्ञापन।।
महावीर जयंती पर अनुमति के बाद पुलिस ने नहीं निकलने दी शोभायात्रा। 
छतरपुर/ बकस्वाहा / देश की राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सहित जैन अनुयाई अंतिम शासन नायक 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्सव पूरे श्रद्धा और भक्तिभाव से मना रहे थे और भगवान महावीर स्वामी का सौ रुपए का सिक्का तथा स्मारक टिकट का प्रधानमंत्री अपने हाथों से अनावरण कर रहे थे, तब बकस्वाहा तहसील व जनपद क्षेत्र की बाजना पुलिस जैन समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस आघात पहुंचाकर अपनी तानाशाही पर उतारू होकर जैन समाज द्वारा निकाली जा रही भगवान महावीर स्वामी की शोभा यात्रा को रोकने में लगी हुई थी।
जैन समाज का आरोप है कि प्रशासन से मंजूरी लेने के बाद ही शोभायात्रा शुरू की गई थी और तो और पुलिस से सुरक्षा व्यवस्था भी मांगी थी जिसके एवज में बाजना पुलिस ने न सिर्फ लोगों के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया बल्कि धमकाकर शोभायात्रा रुकवा दी। हालांकि इस सम्बंध में बाजना थाना प्रभारी आरक्षकों की गलती ही नहीं मान रहे है।
क्या है पूरा मामला--
21 अप्रैल रविवार को जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का 2623वां जन्म कल्याणक महोत्सव था। चूंकि पूरे देश मे लोकसभा चुनावों के चलते आदर्श आचरण संहिता लागू है। चुनाव आयोग के निर्देशों के परिपालन में एसडीएम बिजावर से बाजना पंचायती जैन मंदिर कमेटी के मंत्री बालकुमार जैन ने विधिवत अनुमति 20 अप्रैल को प्राप्त कर ली थी। 21 अप्रैल को जब विमान में श्रीजी को विराजमान कर जैसे ही शोभायात्रा मंदिर परिसर से शुरू होकर शासकीय स्कूल तक पहुंची ही थी कि बाजना थाना में तकरीबन 8 बर्षों से पदस्थ आरक्षक गनेश अहिरवार जो थाना प्रभारी टीआई राजेश सिकरवार के साथ सीएम डयूटी में था उसने जैन समाज के राजकुमार जैन को मोबाइल फोन पर तीनबार शोभायात्रा और साउंड़ सिस्टम बंद करने के लिए धमकाया। फोन पर आरक्षक गनेश अहिरवार का वश नहीं चला तो रमेश डाबर और एक अन्य आरक्षक ने पहुंचकर न सिर्फ शोभायात्रा बंद करने के लिये कहा बल्कि यह कहकर धमकाना शुरु किया कि टीआई ने कहा है कि  यदि शोभायात्रा बंद ना करें तो विमान सहित सभी को थाने ले जाओ। बाजना पुलिस की तानाशाही के सामने भयभीत जैन समाज में अंततः शोभायात्रा बंद कर दी।
आक्रोशित जैन तथा वैश्य समाज ने एसपी को दिया ज्ञापन।।
बाजना पुलिस थाना में पदस्थ राजेश सिकरवार के मातहत अमले द्वारा महावीर जयंती के पावन अवसर पर जैन समाज द्वारा निकाली जा रही शोभायात्रा में बदसलूकी करने वाले आरक्षकों के विरोध में बाजना जैन समाज के अलावा छतरपुर जिला मुख्यालय की जैन समाज तथा वैश्य समाज ने छतरपुर समाज के अध्यक्ष अरुण कुमार जैन तथा बाजना अध्यक्ष विजय कुमार जैन के नेतृत्व में एसपी की नामौजूदगी में एडिशनल एसपी विक्रम सिंह को ज्ञापन सौंपकर बाजना पुलिस थाना में पदस्थ तानाशाह थाना प्रभारी एवं फोन पर धमकी देने वाले आरक्षक गनेश अहिरवार तथा बदसलूकी करने वाले आरक्षकों को थाना से तत्काल हटाके उनके विरुद्ध कठोरता कार्रवाई की मांग उठाई है। एडिशनल विक्रम सिंह ने बड़ामलहरा एसडीओपी से जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही करने का आश्वासन जैन समाज को दिया है।
ये भी उठ रहे सवाल।।
भले ही सुप्रीम कोर्ट और मध्य प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री द्वारा डीजे पर सख्त रूप अपनाया गया हो लेकिन निर्धारित डेसीबल से अधिक आवाज में बजाए जा रहे ब्याह शादियों और अन्य कार्यक्रम में डीजे पर प्रशासन द्वारा किसी भी किस्म का शिकंजा नहीं कसा गया है। यहां तो प्रशासन से विधिवत अनुमति लेने तथा नियमों का पालन करने के साथ-साथ एक निश्चित डेसीबल में डीजे का उपयोग किया जा रहा था इसके बावजूद भी बाजना पुलिस ने आखिर हिटलरशाही रवैया क्यों अपनाया इस बात को लेकर न सिर्फ तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त है बल्कि बुद्धिजीवी गहरे अचरज में भी हैं।।





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