राम भक्तों से पटी नौगांव नगरी सड़कों से लेकर गलियों में जय श्री राम की गूंज।।
मध्य प्रदेश के नौगांव नगर में एक ऐसी शोभा यात्रा सड़कों पर चली जिसमें हजारों राम भक्त शामिल हुये शोभा यात्रा में राम भक्त नाचते गाते झूमते थिरकते और पग बिना रुके बढ़ते रहे प्रचंड धूप भक्तों की धैर्य की परीक्षा लेती दिखी लेकिन आस्था के आगे समस्त दुखारियां बौनी साबित दिखी सड़कों से लेकर गलियों में भगवान श्री राम का जय घोष राम भक्तों की आस्था देखते ही बनती थी।।
रीतेश साहू।।
नौगांव / नगर में राम जन्मोत्सव समिति के निर्देशन में बीते 7 दिनों से चल रहे। धार्मिक कार्यक्रमों के उपरांत शोभा यात्रा की तैयारी को अंतिम रूप देने के बाद राम भक्त शोभा यात्रा में शामिल होने के लिये व्याकुल नजर आये। बुधवार की सुबह 10 बजे से ही राम भक्तों का आना शुरू हो गया था ।और देखते देखते नगर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा । राम भक्तों से पटी नगरी सड़कों से लेकर गलियों में श्री राम का जय धोष और मंदिरों में अनुष्ठानों की धूम रही। नगर में मातेश्वरी चौक से शुरू होने राम भक्त इतंजार करते दिखे ।शोभा यात्रा की शुरुवात होने से पहले ही मातेश्वरी चौक इलाके की परिधि भक्तों से खचाखच भरी नजर आयी ।। राम जन्म पश्चात जैसे ही पूजा -अर्चना कर नारियल फोड़ कर शोभा यात्रा शुरू हुई ।तो रामनवमी का उल्लास शिखर को छू रहा था। भजनों पर थिरकते राम भक्त आनंद की चरम सीमा को छू रहे थे हो भी क्यों न राम मंदिर निर्माण जो हो चुका है। शोभा यात्रा में शामिल युवाओं में गजब का उत्साह दिखा। पुरुष विशेष परिधान में नजर आये ।भगवा पगड़ी कुर्ता पायजामा व महिलाये भगवा रंग की साड़ी में शामिल होकर श्री राम के नारे लगाती रही। रामनवमी पर बीते एक दशक से चली आ रही परंपरा के अनुरूप शोभा यात्रा दोपहर दो बजे विधि विधान से पूजा अर्चना कर ढोल नगाड़ों के साथ शुरू की गई। ब्रह्मांड के नायक श्री राम की शोभायात्रा में भगवान के बाल रूप में नन्हे बच्चों को भगवान राम, लक्ष्मण, भरत ,और शत्रुघ्न के रूप में श्रृंगारित किया गया ।
सबसे आगे युवा धर्म ध्वज लेकर चल रहे थे। जिसके पीछे भगवान श्री राम विराजे थे। शोभायात्रा में कई बैण्ड शामिल हुये । उन्होनें धार्मिक धुनों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया ।नौगांव नगरी आस्था का शिखर निरूपित करने वाला रहा। पूरा नगर राममय नजर आ रहा था।
जिधर देखो उधर भक्त और घरों में लगे ध्वज नजर आ रहे थे।
पूरा नगर अपने आराध्य के जन्मोत्सव को लेकर सजी थी। शोभा यात्रा का आलौकिक स्वरूप देखकर राम भक्त निहाल होते रहे। कई भक्तों के वस्त्र पर राम नाम अंकित था।
नगर में अन्य राज्य से आये लोग यहां के लोगों की आस्था देखकर बोल ऐसी आस्था मैंने इससे पहले कभी नहीं देखी ।
अभेद रही सुरक्षा।।
नगर में सुरक्षा व्यवस्था अभेद रही बड़ी संख्या में प्रमुख चौराहों व संवेदनशील इलाकों में पुलिस मुस्तैद नजर आयी ।दरअसल पुलिस कप्तान के निर्देशन के चलते नौगांव थाना प्रभारी सतीश सिंह ने एक दिन पहले ही राम भक्तों की भीड़ का आकंलन कर लिया था ।और एक दिन पहले शाम को पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया था। थाना प्रभारी भी भक्तों का अभिनंदन कर रहे थे। पूर्ण हर्षोउल्लास के साथ संपन्न शोभा यात्रा के बाद राम भक्तों, जनप्रीनिधियों ने नगर के लोगों को शुभकामनायें देते हुये । अपने विचार भी व्यक्त किये।
ऐसे नायक की प्रतिष्ठा हमेशा होती रहे - रोहित
भाजपा नेता रोहित साहू ने लोगों को शुभकामनायें देते हुये कहा कि भगवान श्री राम को किसी परिधि में नहीं बांधा जा सकता। यहां के लोगों में जो उल्लास दिखा उसके पीछे सिर्फ व सिर्फ आस्था है। प्रभु राम का जन्म मानवता की प्रतिष्ठा शक्ति के लिये हुआ है। समाज में ऐसे नायक की प्रतिष्ठा हमेशा होती रहे।
प्रत्येक क्षेत्र में मर्यादा स्थापित की --चिन्टू
साहू ने रामनवमी को लेकर लोगों को शुभकामनायें देते हुये। कहा कि श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम माने गये हैं । जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में व्यवहार की मर्यादा स्थापित की।प्रभु राम ने कभी मर्यादा का उल्लंघन नहीं किया। उनका यह व्यवहार ही श्री राम को सदा सर्वदा के लिये पूज्य बना गया है। हम सब राम जैसा बनने की कोशिश करें। यही मंगल कामना है।
महिलाओं ने धरा मां दुर्गा का रूप
इस बार नगर में रामनवमी अलग अंदाज में मनाई गयी । पुरुषों के वर्चस्व वाले इस त्यौहार को महिलायें अपने दुर्गा स्वरूप से चुनौती देती नजर आयी। महिलाओं ने बताया कि समय की पुकार है ।कि बेटियां अब एक हाथ में कलम और दूसरे हाथ में आत्म रक्षा के लिये तलवार पकडे। इसलिये रामनवमी पर महिलायें तलवारबाजी दिखाती नजर आयी ।जिनकी जुवा पर बस एक ही बात थी कि-
शोभा यात्रा में प्रशिक्षण प्राप्त महिलायें सिर पर पगड़ी बांध हाथ में तलवार लेकर धूप की रोशनी में चमकती तलवारो से यह संदेश दे रही थी। कि बेटियों के सम्मान के साथ अब समझौता नहीं किया जा सकता है। जिसको लेकर कोच ने बताया कि वक्त बदल चुका है। आये दिन महिलाओं के साथ हिंसा की खबरें मीडियामें सुर्खियां बनती है। ऐसे में जरूरत है। कि बेटियां किताब की शिक्षा के साथ-साथ हथियारों की शिक्षा भी ग्रहण करें। महिलाओं ने हर क्षेत्र में खुद को साबित किया है।
ऐसे में तलवारबाजी आत्म रक्षा के लिये बेहद जरूरी है। बेटियों को सरस्वती और लक्ष्मी के साथ दुर्गा का रूप भी वक्त के मुताबिक धारण करना चाहिये ।